Indicators on treatment piles pictures in females You Should Know
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प्रत्येक रोगी अलग होता है, और चिकित्सक और रोगी को एक-दूसरे की अपेक्षाओं को समझने, जोखिमों और लाभों को तौलने और आपसी निर्णय पर पहुंचने की आवश्यकता होती है।
इसे रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ लें।
बहुत से लोग बाहरी पाइल्स से राहत पाने के लिए विच हेज़ल का उपयोग करते हैं, प्राकृतिक विच हेज़ेल एंटीऑक्सीडेंट और अज्वलनशील होता है जो नील पड़ने से भी बचाता है। यह एक एस्ट्रिजेंट होता है जो हेमोरोइड्स में टिस्सुस को श्रिंक करने का काम करता है।
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बादी बवासीर में दर्द और जलन होने पर जीरे के दानों को पानी के साथ पीसकर लेप बना लें। इसे मस्सों वाली जगह पर लगाएं।
मल त्याग के दौरान या बाद में चमकीला लाल खून
आयु ४५-६५ वर्ष के बीच (सभी आयु समूहों में हो सकती है, हालांकि, इस अवधि के दौरान यह अधिक आम है)
मस्से आम तौर पर बाहर नहीं निकलते, केवल अंदर ही होते हैं।
पके केला को उबालें, और दिन में दो बार सेवन करें। यह फायदा देता है।
शौच करते समय जोर लगाना : मल त्याग के दौरान अत्यधिक दबाव डालने से मलाशय क्षेत्र में नसों में सूजन हो सकती है, जिससे बवासीर होता here है।
सीलियम हस्क एक सप्लीमेंट है जो आपके फाइबर का सेवन बढ़ाने में मदद करता है, और आपके मल को नरम करता है जिससे आपको मल त्यागने में परेशानी न हो। इस बात का विशेष ध्यान रखें की फाइबर की मात्रा ज्यादा न लें वरना आपको गैस हो सकती है, और आपके पेट में भी कमी आ सकती है। अगर आप सीलियम हस्क ले रहें हैं तो जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।
जात्यादि तेल आयुर्वेद में बवासीर के लिए बहुत कारगर माना जाता है।
बाहरी पाइल्स : जब सूजी हुई रक्त वाहिकाएं गुदा के आसपास की त्वचा के नीचे बनती हैं
बवासीर एक आम समस्या है, लेकिन इसे समय पर पहचानकर उचित उपचार और जीवनशैली में बदलाव से आसानी से ठीक किया जा सकता है। आयुर्वेद और घरेलू उपचार इसके उपचार में अत्यंत प्रभावी हैं। यदि समस्या गंभीर हो, तो आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है।